तन में मस्ती मन में उमंग चलो सारे एक संग आज उड़ायें…!;
आकाश में पतंग उछाले हवा में संक्रांति के रंग,
पतंग सी हैं जिंदगी, कहाँ तक जाएगी,,
रात हो या उम्र, एक ना एक दिन कट ही जाएगी…!!
!!Happy Makar Sankranti!!
सस्नेह- [आपका नाम]